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अनुक्रम
एल. एम अर्नाल के मूल लेख पर आधारित
दो लोगों के बीच एचआईवी के प्रसार की संभावना संबंधों के प्रकार पर निर्भर करती है. एचआईवी फैलाव के सबसे ख़तरनाक तरीकों में असुरक्षित गुदा मैथुन, असुरक्षित यौन संबंध, और इंजेक्शन की सुईयां साझा करना है. असुरक्षित यौन संबंध यानि जिनमें निरोध या अन्य किन्हीं पर्दों का प्रयोग नहीं होता. हालिया संशोधन में बताया है कि जिन एचआईवी संक्रमित लोगों में एचआईवी की दवाएं नियमित हैं और जिनके रक्त में एचआईवी विषाणु की मात्रा न के बराबर है, वे यौन संबंधों द्वारा अपने साथियों को एचआईवी संक्रमित नहीं कर सकते. हालांकि असुरक्षित यौन संबंधों से अन्य गुप्त रोगों का खतरा कायम रहता है.
मुखमैथुन में मुंह और जननांगों का संबंध आता है. इसमें भगोष्ठ, योनि, लिंग और गुदा पर चाटना / चटवाना, चूसना /चुसवाना, काटना / कटवाना सब शामिल है. अधिकतर स्थितियों में मुखमैथुन से एचआईवी के प्रसार की संभावना न के बराबर या शून्य है. हालांकि मुखमैथुन पूरी तरह सुरक्षित नहीं, लेकिन गुदामैथुन, यौन संबंध या सुईयां साझा करना इन सबसे कहीं ज़्यादा सुरक्षित है.
स्त्री के जनन-स्त्रावों में (योनि से निकलता चिकनापन), पुरुष के जनन स्त्रावों में (वीर्य और वीर्य से पहले निकलता साफ़ चिकनापन) तथा खून में एचआईवी विषाणु हो सकता है. लार या थूक से एचआईवी विषाणु नहीं फैलता. स्वस्थ शरीर में एचआईवी विषाणु फैलने के लिए ऊपर बताये स्त्रावों का होना, या इनका स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में पहुंचना ज़रूरी होता है (मुंह के छाले या जननांगों पर पड़े फफोलों द्वारा एचआईवी शरीर में फैल सकता है)
असुरक्षित मुखमैथुन द्वारा अन्य गुप्तरोग जैसे सिफ़िलिस, हर्पीस, गोनोरिया और ह्यूमन पैपिलोमा वायरस फैल सकता है. एचआईवी की दवाईं, एचआईवी के अलावा किन्हीं अन्य गुप्तरोगों पर असरदार नहीं हैं.
मुखमैथुन के खतरों पर अभ्यास
एचआईवी के फैलाव में मुखमैथुन कम खतरनाक माना जाता है. मुखमैथुन द्वारा एचआईवी फैलने का ख़तरा तब बढ़ता है जब यौन साथी की मसूड़ों से खून आ रहा हो, या उनके मुंह में छाले हों, मुंह-मसूड़ों की कोई बीमारी, गुप्तांगों पर फफोले या अन्य गुप्तरोग पहले से मौजूद हों. कई अभ्यासों से इशारा मिलता है कि बहुत कम संबंधों में एचआईवी मुखमैथुन द्वारा फैला हो सकता है. कई अध्ययनों ने मुखमैथुन से फैलाव का सटीक खतरा आंकने की कोशिश की है, लेकिन इस पर सटीक आंकड़े मिलना मुश्किल है. एचआईवी के प्रसार के मामलों में संक्रमण का सीधा कारण मुखमैथुन था या अन्य कोई जोखिमभरा तरीका, यह बताना मुश्किल है.
सारांश यही है, कि कुछ स्थितियों में मुखमैथुन से एचआईवी संक्रमण का कम, किंतु वास्तविक खतरा बना रहता है.
सुरक्षित मुखमैथुन के लिए सलाहें
मुखमैथुन अधिक खतरनाक बन जाता है जब आप या आपके साथी में से किसी को
- बिना इलाज के गुप्तरोग चल रहा हो
- मसूड़ों से खून, मुंह में छाले या मसूड़ों की कोई बीमारी हो
- वीर्य मुंह में लेना पड़ा हो
- माहवारी के दौरान स्त्री के गुप्तांगों को मुंह लगाया हो
- गुप्तांगों पर छाले-फफोले हों
मुखमैथुन के खतरों को आप यूं घटा सकते हैं
- अगर आपके या साथी के मुंह में छाले हों (ओरल हर्पीस जैसे छाले) तो मुखमैथुन न करें
- अपने साथी के गुप्तांगों पर ज़ख़्म, कटाव, खरोंच या छालों का निरीक्षण करें
- अगर उनके जननांगों पर ऐसे कोई लक्षण दिखते हों, तो स्वास्थ्यकर्मी की राय बिना वहां मुंह न लगायें. बेहद कम मामलों में ऐसे ज़ख्म केवल गर्मी, मौसम या कपड़ों के रगड़ने से हो सकते हैं.
- मुखमैथुन के पूर्व दातों में टूथब्रश, फ्लॉस का धागा, या ऐसा कोई साधन न चलाएं जिससे आपके मुंह में छोटे ज़ख़्म या खून बहा सकते हैं. सांस ताज़ा करने के लिए पैपरमिंट या च्युइंगगम चबाएं.
- वीर्य, वीर्य के पहले का चिकनापन, योनि के स्त्राव और माहवारी का ख़ून निगलने से बचें.
- पुरुष का लिंग चूसने से पहले लैटेक्स या पॉलिसोप्रीन से बने निरोध पहनें
- ऐसे निरोध चुनें जिनमें फ्लेवर / स्वाद हो तथा चिकनाहट न हो.
- अगर आप बिना निरोध का मुखमैथुन करें, तो चरमोत्मकर्ष (वीर्य या पानी का झड़ना) हाथ से करें, या मुंह में जमा वीर्य निगलने की बजाय थूक दें.
- स्त्री की योनि चाटने या किसी भी साथी का गुदा चाटने से पहले डेंटल डैम या काट कर चौड़े किए निरोध का प्रयोग करें
- डैंटल डैम यानि दांत और मुंह पर लगती लैटेक्स की चौकोर झिल्लियां होती हैं. इन पर पानी से बने जैल का प्रयोग करें (तेल वाले जैल का नहीं). जैल लगा हुआ हिस्सा जननांग से चिपकाएं, और कोरा हिस्सा अपने मुंह से. इससे आपके मुंह और साथी के गुप्तांगों के बीच एक पतला पर्दा बना रहेगा. कुछ लोग प्लास्टिक की थैली प्रयोग करते हैं- भले ही इनसे अन्य गुप्तरोगों की रोकथाम हो, लेकिन ये एचआईवी से बचाव में कारगर हों ऐसा कोई सबूत नहीं है.
- माहवारी के दौरान (जब खून बह रहा हो, तो खून से मुंह का संपर्क टालने के लिए) स्त्री के गुप्तांगों को मुंह न लगायें.
- अपने मुख का स्वास्थ्य बनाये रखें. मुंह / मसूड़ों में खून, छाले, कटाव, फफोले या अन्य संक्रमण हों तो एचआईवी के फैलाव का खतरा बहुत बढ़ जाता है.
- दूसरे विकल्प अपनाएं
- एक दूसरे के गुप्तांगों को हाथों से रगड़ें या मालिश करें
- वाईब्रेटर इस्तेमाल करें (अगर किसी से वाइब्रेटर साझा कर रहे हों, तो इस्तेमाल से पहले उस पर नया निरोध चढ़ायें)
- अगर किसी पुरुष का लिंग आप के गले कोअंदर से ज़ख्मी कर रहा हो या आपकी गिल्टियों पर (टॉन्सिल्स पर) चुभ रहा हो, या उससे आपके होठों के किनारे फटें तो उसका लिंग न चूसें
अपना ख़याल रखें
असुरक्षित गुदा मैथुन या यौन संबंध की तुलना में असुरक्षित मुखमैथुन भले अधिक सुरक्षित हो, यह फिर भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं. अगर आप या आपके साथी एचआईवी संक्रमित हों, तो आपका तय करना बहुत ज़रूरी है कि शारीरिक संबंधों को सुरक्षित बनाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए. (सुरक्षित संबंधों के तथ्यों पर हमारा लेख पढ़ें). यह भी याद रखें कि मसूड़ों से खून, मुंह के छाले या मुंह में वीर्य या माहवारी का खून लेना मुखमैथुन को कहीं अधिक खतरनाक बनाता है. अगर आप इस पर विस्तार से बात करना चाहें तो अपने पास वाले एचआईवी सेवा संगठन के जानकार, डॉक्टर या सलाहकार की राय लें. अपने नज़दीकी एचाईवी सेवा संगठन की जानकारी पाने के लिए यहां क्लिक करें.
एल. एम अर्नाल के मूल लेख पर आधारित